समस्तीपुर।एकओरपूरासिघियाप्रखंडबाढ़सेप्रभावितहैं,वहींदूसरीओरप्रशासनकेद्वाराअबतकनावकीपर्याप्तव्यवस्थानहींकीगईहै।पशुचाराकीभीहरजगहव्यवस्थानहींहोपाईहै।इससेबाढ़प्रभावितक्षेत्रकेलोगपरेशानहैं।बाढ़केपानीमेंआने-जानेमेंपरेशानीहोरहीहै।उन्हेंबाढकेपानीमेंतैरकरआना-जानापड़रहाहै।खाने-पीनेकीव्यवस्था,जलावनकीव्यवस्थानहींरहनेसेपरेशानहैं।प्रशासकीलचरव्यवस्थासेलोगोंमेंआक्रोशहै।बाढपीड़ितबतातेहैंकिभगवानभरोसेकिसीतरहजिदगीकटरहीहै।प्रशासनद्वारादोटोकरीभूसादेनेपरबाढ़पीड़ितोंनेबतायाकियहतो1दिनकाभीचारानहींहै।फिरवहअपनेमवेशीकोकैसेजिदारखेंगे।अंचलाधिकारीनेबतायाकिनावकीपर्याप्तव्यवस्थाकीजारहीहै।निजीनावोंकीखोजकीजारहीहै।बतादेंकिकरेहनदीकेपूर्वीतटबंधकीस्थितिभीबहुतनाजुकबनीहुईहै।तटबंधमेंकईजगहोंपररिसावहोरहाहै।स्थानीयलोगएवंबाढनियंत्रणप्रमंडलकेअधिकारीमजदूरोंकेसाथरिसावस्थलकोबंदकरनेमेंजुटेहैं।राजघाटकेनजदीकतटबंधकेउपरसेपानीबहनेकीजानकारीमिलीहै।जिसेग्रामीणबोरीमेंमिट्टीडालकररोकनेकीकोशिशमेंजुटेहैं।वहींबाढसेप्रभावितलोगतटबंधपरशरणलेरखाहै।प्रखंडमुख्यालयसेसंपर्कभंगहोनेकेकारणलोगोंकीपरेशानीऔरअधिकबढगईहै।छातीभरपानीमेंतैरकरलोगजरूरीसामानखरीदनेकेलिएआते-जातेहैं।