किशनगंज।विजयादशमीकेबादभारत-नेपालसीमापरस्थितठाकुरगंज,गलगलिया,पानीटंकीएवंनक्सलबाड़ीआदिक्षेत्रोंमेंरहरहेनेपालमूलकेनागरिकविशेषकरनेपाली¨हदूदशैपर्वधूमधामसेमनायाजारहाहै।विजयादशमीसेआश्विनमासकेपूर्णिमातकयहपर्वखासतौरपरमनायाजाताहै।दशैपर्वनेपाली¨हदुओंकासबसेप्रमुखपर्वमानाजाताहै।ठाकुरगंजनिवासीसुभाषथापा,भीमबहादुरराउत,नेपालकेझापाजिलाकेभद्रपुरनिवासीसुरेशपोडवेल,सरोजश्रेष्ठ,प्रभुथापा,चांदनीगुरुंगवअन्यबतातेहैंकिदशैपर्वनेपाली¨हदुओंकाप्रमुखपर्वहै।इसमेंहमअपनेबड़े-बुजुर्गोंसेटीकालगवाकरआशीर्वादप्राप्तकरतेहैं।यहपर्वविजयदशमीसेपंद्रहदिनतकमनायाजाताहैं।इनलोगोंकाकहनाहैकिचावलवरंगमिश्रितटीकाकपाल(माथा)परलगवाकरआशीर्वादलेतेहैं।नएकपड़ेपहनअपनेबड़ेबुजुर्गोंसेटीकालगवातेहैं।
नेपालीनागरिकोंनेबतायाकिपन्द्रहदिनोंतकचलनेवालायहपर्वनेपालियोंकासबसेलंबामनायाजानेवालात्योहारहै।इसमौकेपरहमअपनेघरकोसाफ-सुथरारखतेहैंतथाघरोंकोसजातेहैं।इसपन्द्रहदिनमेंपरंपरागततरीकेसेबांसोंकाझूलाबनाकरबच्चे,जवानवबुजुर्गयानीहरआयुवर्गकेलोगझूलामेंझूलकरइसपर्वकाआनंदउठातेहैं।बतातेचलेंकिमातादुर्गाकीनवमीतकपूजाकरनेकेबादनेपालकेलोगोंमेंविजयदशमीसेटीकाकापालनशुरूहोजाताहै।सारेसरकारीकार्यालय,शिक्षणसंस्थानवअन्यप्रतिष्ठानपर्वकेदौरानबंदरहतेहैं।15दिनकेइसपर्वमेंपहला,सातवां,आठवां,नौवां,दसवांएवंअंतिमपन्द्रहवेंदिनकाफीमहत्वपूर्णमानाजाताहै।नेपालीसंप्रदायकायहपर्वपूर्णिमातकचलताहै।