-ग्रामीणोंकीमांगपरनियमकोरखदियाथाताकपर
मोहम्मादहारून,हथीन
कोंडलगांवमेंस्कूलप्रबंधनकीछोटीसीचूकनेएकहंसतीखेलतीछात्राकोअसमयकालकाग्रासबनादिया,वहींदूसरीछात्राजिदंगीऔरमौतमेंबीचमेंलटकीहै।यहहादसाऔरभीबड़ाहादसाहोसकताथा,क्योंकिभंडारेमेंखानाखानेकेलिएएकनहींकईस्कूलोंकेसैंकड़ोंबच्चेगएहुएथे।ऐसाजिलेकेगांवोंमेंअक्सरहोताहै,जबमंदिरयाकिसीअन्यग्रामीणद्वाराभंडारेयासामूहिकभोजकाआयोजनहोताहैतोस्कूलकेबच्चोंकोभीउसमेंभेजदियाजाताहै।यहीनहींउनकेआने-जानेकेदौरानकोईइंतजामातभीनहींकिएजातेहैं।
सरकारीस्कूलतोमिड-डेमीलकीपरेशानीसेबचनेकेलिएऐसाकरनेमेंकाफीरूचिदिखातेहैं,जबकिनिजीस्कूलअपनेप्रचारकेलिएऐसाकरतेहैं।कोंडलमेंस्कूलकाकोईशिक्षकयाप्रबंधकभीछात्राओंकेसाथनहींथा,केवलमिड-डेमीलबनानेवालीदोमहिलाओंकोउनकेसाथभेजागयाथा।सुरक्षाकी²ष्षि्टसेभीयहसवालियानिशानउठनास्वभाविकहै।
शिक्षाकेजानकारोंकीमानेंतोस्कूलसमयमेंछात्रोंकोखानेकेलिएबाहरभेजनेकाकोईनियमवकानूनहैहीनहींक्योंकिसरकारनेमिडिलस्कूलोंतकदोपहरकीभोजनकीव्यवस्थाकराईहै।स्कूलप्रबंधनकीभूलकेकारणछात्रापूजावछात्रामोनिकारास्तेमेंएकमकानकीदीवारगिरनेसेदबकरघायलहोगईथीं।इसमेंपूजाकोअपनीजानगंवानीपड़ीक्योंकिबृहस्पतिवारकोबारिशथीं,इसलिएमिड-डेमीलकीव्यवस्थास्कूलमेंकरनेकीप्रबंधननेजहमतनहींउठाई।ग्रामीणोंकेबारबारकहनेपरहमनेछात्राओंकोलेजानेकीअनुमतिप्रदानकी,क्योंकिगांवकेबच्चेथे।गांवकाहीभंडाराथा,गांवकेलोगथे।हमेंयहबातमाननीपड़ी।सभीस्कूलोंकेबच्चेभंडारेमेंगएथे।हमेंक्यापताथाकिऐसीघटनाघटेगी।
-भजनलाल,मुख्याध्यापकराजकीयकन्यामाध्यमिकविद्यालययहस्कूलप्रबंधनकीकतईलापरवाहीहै।स्कूलसमयमेंबाहरबच्चोंकोखानेकेलिएनहींभेजाजासकता।मिड-डेमीलइसीलिएबनताहै।स्कूलप्रबंधनकीतरफसेकोताहीपरशिक्षाविभागसंज्ञानलेगा।मामलेमेंजांचकरउचितकार्रवाईहोगी।
-अनिलशर्मा,जिलामौलिकशिक्षाअधिकारीपलवल।