विजयद्विवेदी,श्रावस्ती:तराईमेंपक्षियोंकीलगभग450प्रजातियांपाईजातीहैं।इनमेंतकरीबन150प्रकारकेपक्षीरूस,चीन,यूरोपवहिमालयकेबर्फीलेइलाकोंसेयहांसर्दियांबितानेआतेहैं।इन्हेंदेखनेकेशौकीनभीइससमययहांएकत्रहोरहेहैं।जीहां!सर्दियोंकामौसमशुरूहोतेहीश्रावस्तीकेजंगलोंकेताल-तलैयोंवझीलमेंरंग-बिरंगेखूबसूरतअजनबीसेपक्षीदिखाईदेनेलगेहैं।सोहेलवापक्षियोंकापसंदीदास्थलबनाहै।उच्चहिमालयमेंबसरकरनेवालेएकसेबढ़करएकसुंदरपक्षीइनदिनोंयहांदेखेजासकतेहैं।कुलमिलकरसोहेलवामेंदुर्लभपक्षियोंकासुंदरसंसारबसाहै।
'जानिशरदऋतुखंजनआए,पाइसमयजिमिसुकृतसुहाए।'जंतुजगतपरनजरदौड़ाएंतोइसवर्षभीसर्दीकेमौसममेंविदेशीमेहमानपक्षियोंनेयहांडेराडाललियाहै।प्रवासीपक्षियोंसेसोहेलवाजंगलमेंस्थितरजियाताल,रामपुर,घोघवाबांधकेअलावासकरैलतालाबभीगुलजारहै।लेकिनमेहमानपक्षियोंकेसंरक्षणकेलिएविशेषयोजनानहोनेकेकारणपिछलेवर्षोंकीअपेक्षाइसवर्षइनकीआमदकमहुईहै।बरसातकेबादजैसेहीगुलाबीठंडशुरूहोतीहैतोविदेशोंमेंठंडअपनाप्रचंडरूपलेनाशुरूकरतीहै।वर्षाऔरठंडककेकारणबर्फकीमोटी-मोटीपरतेंजंगलोंमेंजमजातीहैऔरपक्षियोंकेनीड़इसीबर्फमेंतहस-नहसहोनेलगतीहै,तोयेपक्षीभारतकीओरसेचलदेतेहैंऔरअपनाजीवनबचानेकेलिएकईदेशोंकीसीमाएंलांघकरयहांआजातेहैं।इनसेटदिलखोलकरस्वागतकरताहैजाड़ा
यहांजाड़ादिलखोलकरइनविदेशीमेहमानोंकास्वागतकरताहै।सोहेलवाकारजियातालाब,रामपुर,घोघवाबांध,सकरैलतालाब,खजुहाझुनझुनियावनदियोंमेंइनमेहमानपक्षियोंकापड़ावहोताहै।डीएफओएपीयादवबतातेहैंकिपक्षियोंकीगणनातोनहींकीजातीहै,लेकिनबड़ीसंख्यामेंयहांप्रवासीपक्षीआतेहैं।इनसेटहजारोंकिमीचलकरआतेहैंयेपक्षी
लालसर,नीलसर,छोटालालसर,कौआही,नेल,पिटेल,मलाई,सीपर,सैंडपाइपर,कोचर्ड,गैडवाल,सुरखाव,सारस,सायबेरियाईसारस,कोटोबाटर्ड(दक्षिणीअर्फीका),हमिगवर्ड(अमेरिका),सुरखावखंजन,तीतर,बटेर,बगुला,बतखसमेतडेढ़सौप्रजातियोंकेपक्षीझीलऔरतालाबोंमेंविचरणकररहेहैं।तराईकावातारणपक्षियोंकोखूबभाताहै।इनकीकतारबद्धउड़ानलोगोंकोबहुतआकर्षितकरतीहै।पर्यटकइनकीउड़ानदेखनेकेलिएदूर-दराजसेआतेहैं।