जमशेदपुर,जासं।अबयहबतानेकीआवश्यकतानहींहैकि84वर्षकेदिग्गजउद्योगपतिवनेकदिलइंसानरतनटाटाकेयुवादोस्तकानामशांतनुनायडूहै।उसकेपासएकऐसीनौकरीहै,जिसकाकईलोगकेवलसपनादेखतेहैं।शांतनुअपनेदोस्तरतनटाटासेलगभगहरबातसाझाकरतेहैं।टाटापावरकेजनसंपर्कऔरआंतरिकसंचारप्रमुख,सिद्धार्थगौड़केसाथएकसाक्षात्कारमेंनायडूनेटाटासमूहकेमानदचेयरमैनकेसाथअपनेजीवनकीखासबातेंसाझाकीहैं।
कामपरकैसेपहुंचे
नायडूनेमोटोपॉज(जोआवाराजानवरोंकीमौतकोरोकनेमेंमददकरनेकेलिएचिंतनशीलकॉलरबनाताहै)केलिएअपनाविचारबतातेहुएरतनटाटाकोपसंदकिया,जोएकडॉगलवरहैं।इसकेतुरंतबादवहएमबीएकेलिएनिकलगयाऔरवापसआनेकेबादनौकरीपरआगयाऔरउसकेबादसेपीछेमुड़करनहींदेखा।बातचीतमेंनायडूनेटाटाकेसाथकामकरतेहुएदोबड़ीजानकारियांसाझाकीं।
सबसेपहले,रतनटाटाकीदयालुताकेकार्यपूरीतरहसेनिस्वार्थहैं।नायडूनेविस्तारसेबतायाकिटाटाएकदिनमेंकईअच्छेकामकरतेहैंऔरलोगोंकीमददकरतेहैं,लेकिनबदलेमेंकुछभीवापसपानेकीउन्हेंकभीउम्मीदनहींहोतीहै।
इसेउनलोगोंकेलिएकरेंजोआपकेलिएकुछनहींकरसकते।जोइसेकिसीभीरूपमेंवापसनहींकरसकता।दयालुताकेकृत्योंमेंवापसीकीअपेक्षानहींहोनीचाहिए।वह(रतनटाटा)हरदिनइतनेलोगोंकीमददकरेंगेऔरफिरइसकेबारेमेंपूरीतरहसेभूलजाएंगे।दूसरीबात,रतनटाटाहमेशाअपनेवादेनिभातेहैं।वहअपनेसभीवादेरखतेहैंऔरउसपरकभीवापसनहींजातेहैं।वहहमेशातबदेंगेजबउन्होंनेअपनावचनदियाहै,चाहेकुछभीहो।
नायडूनेलिखीकिताब
शांतनुनायडू,जिनकेपासअमेरिकामेंप्रतिष्ठितकॉर्नेलविश्वविद्यालयसेएमबीएकीडिग्रीहै,नेयहभीकहाकिउन्हेंकामपरयहमहसूसकरनेमेंकुछसमयलगाकिरतनटाटाएकचलनेवालीबातकरनेवालेसंग्रहहैं।नायडुअपनेबॉसयानीरतनटाटाकेबारेमेंकहतेहैंकि84वर्षीयकीदैनिकऔरछोटीगतिविधियोंसेभीबहुतकुछसीखनाहै।
नायडूनेरतनटाटाकेसाथअपनेअनुभवकेबारेमें"आईकेमअपॉनएलाइटहाउस"नामकएकपुस्तकलिखीहै,जबउन्होंनेदेखाकिकैसेसहस्राब्दीयहजाननेकेलिएबेहदइच्छुकथीकिमैंनेनौकरीकैसेप्राप्तकी।टाटाकेसाथउनकेअनुभवऔरटेकअवेऔरउनकीदैनिकबातचीतसेकहानियां।
नायडूनेअपनीजर्नलप्रविष्टियोंकोएककिताबमेंबदलदिया,जोउनकेदिन-प्रतिदिनकेसीखनेकाविवरणदेतीहै।रतनटाटाकैसेकामकरतेहैंयाएकमहत्वपूर्णनिर्णयकैसेलेतेहैं,इसबारेमेंअधिकजानकारीसाझाकरतीहै।वहखुशहैंकिपुस्तककोनकारात्मकतानहींमिलीहै।
उम्मीदहैकियहटाटाकेबारेमेंदिलचस्पकहानियोंकोसीखनेकेअलावाउच्चशिक्षाकेसाथसहस्राब्दी,विदेशमेंएकभारतीयछात्रकेतनावमेंमददकरतेहैं।ज्ञातहोकिनायडूजुलाई2018सेरतनटाटाकेकार्यालयमेंउपमहाप्रबंधककेरूपमेंकार्यरतहैं।