दिनेशसिंह,थानागद्दी(जौनपुर):दादासेविरासतमेंमिलीकिसानीमेंयुवाभाग्यआजमाया।आजनसिर्फअच्छीकमाईकररहा,बल्किव्यावसायिकखेतीमेंमाडलकिसानकेरूपमेंपहचानबनाचुकेकेराकततहसीलक्षेत्रकेभैंसागांवनिवासीगौरवपाठकमिसालबनगएहैं।दादाकेबुजुर्गहोनेकेबादखेतीकीकमानसंभाललीऔरदेशकेविभिन्नसंस्थानोंसेखेतीकीतकनीकीप्रशिक्षणप्राप्तकरव्यावसायिकखेतीकररहेहैं।एकएकड़खेतमेंमटरकीखेतीकरअच्छीकमाईकररहेहैं।गौरवबीएचयूसेएलएलबीकीशिक्षाग्रहणकरनेकेबादपरिवारकीजिम्मेदारीसंभालनेकेसाथहीदिव्यांगमाता-पिताकेलिएश्रवणकुमारकीभूमिकानिभारहेहैं।पितादोनोंआंखोंसेदिव्यांगवमांबोलनहींपाती।उनकीमेहनतवपरवरिशकापरिणामहैकिछोटाभाईउच्चशिक्षाग्रहणकरकेबीएचयूमेंप्रोफेसरपदहासिलकरलियाहै।गौरवबेरोजगारीकीमारझेलरहेक्षेत्रकेयुवाओंकेलिएप्रेरणास्त्रोतबनगएहैं।
गौरवपाठककेदादामेवालालपाठककाकृषिमेंकाफीरुचिथी।ऐसेमेंइसेइन्होंनेजीविकोपार्जनकामाध्यमबनालिया।गौरवकेपिताराजेशपाठकदोनोंआंखोंसेदिव्यांगवमातासुधापाठकबोलने,सुननेमेंअक्षमहैं।दादाकेबुजुर्गहोनेपरउन्हेंइसबातकीचिताथीकिअबकौनविरासतसंभालेगा।दादाकेमनोभावकोदेखवघरकीपरिस्थितिकेकारणगौरवनेबीएचयूसेएमकामवएलएलबीकीशिक्षाग्रहणकरनेकेबादकिसानीशुरूकरदी।आजनवीनतमतकनीकऔरपरिश्रमसेसब्जीकीव्यावसायिकखेतीकरअच्छीआमदनीकररहेहैं।सीखाखेतीकेआधुनिकतकनीककागुर
गौरवपाठकनेअपनेदादासेखेतीबारीकीककहरासीखा।उसकेबादरोजगारपरकखेतीकेलिएबकायदा2018मेंकृषिअनुसंधानकेंद्रअमहितसेसब्जीउत्पादनवसितंबर2019मेंबकरीपालनकाप्रशिक्षणलिया।इसकेबादमुख्यवैज्ञानिकडा.नरेंद्रसिंहरघुवंशीकेनिर्देशनमेंसब्जियोंकीखेतीशुरूकी।उन्हींकीसलाहपरअगस्त2019राजकीयकृषिविद्यालयगोरखपुरमेंबांसकीखेतीकोलेकरभीप्रशिक्षणलिया।