रांची,जासं।WorldMilkDay2022, SuccessStoryरांचीकेबुढमूप्रखंडबेरवारीगांवनिवासी40वर्षीयरामेश्वरमहतोकीजिंदगीगौपालनसेबदलगई।कभीराजमिस्त्रीकाकामकरनेवालारामेश्वरकोजीतोड़मेहनतकेबादभीनतोपरिवारचलानेलायकआमदनीहोतीथीऔरनहीसमाजमेंइज्जतमिलताथा।भविष्यकीचिंतासेपरेशानरामेश्वर2004मेंरामकृष्णमिशनकेदिव्यायनकृषिविज्ञानकेंद्रकेसंपर्कमेंआये।कृषिविज्ञानियोंनेगोपालनकासलाहदिया।दिव्यायनकृषिविज्ञानकेंद्रमेंछहमाहकागौपालनकीट्रेनिंगली।फिरबैंगलोरजाकरश्रीश्रीरविशंकरकेआश्रमजाकरगोबरसेकेचुआखादऔरगौमूत्रसेजैविककीटनाशकबनानेकीट्रेनिंगली।

2005मेंकर्जलेकरसाहिवालनस्लकीएकगायखरीदी।राजधानीमेंश्यामाप्रसादविश्वविद्यालयकेसमीपएकव्यक्तिकीखालीपड़ेजमीनमेंशेडडालकरगोपालनशुरूकिया।घर-घरजाकरदूधबेचते।एकसेदोऔरफिरगायोंकीसंख्याबढ़नेलगीतोजगहकमपड़गया।

फिररामेश्वरमहतोमहतोगायोंकोलेकरअपनेगांवचलागया।वहांबड़ेस्तरपरगोपालनकरनेलगा।आजउनकेखटालमेंसाहिवाल,फ्रिसियन,गिरनस्लकी16गायेहैं,जबकिछहबछियाहैं।प्रतिदिन150लीटरदूधकाउत्पादनहोताहै,जिसेकरीब35रुपयेलीटरकीदरपरमेधाडेयरीकोबेचतेहैं।इसतरहप्रतिमाह1लाख57हजार500रुपयेकमातेहैं।

इसकेअलावागायकेगाेबरसेकेंचुआखादऔरगौमूत्रसेकीटनाशकबनातेहैं।केंचुआखादऔरगोमूत्रकोबेचनेकेबजायखुदकेखेतीमेंउपयोगकरतेहैं।रामेश्वरकेअनुसारगोपालननेआर्थिकपरेशानीदूरकरदी।अबजीवनआरामसेकटरहाहै।बच्चेकोअच्छीशिक्षादिलारहें।

गायपालनकेसाथगोबरगैसवर्मीकंपोस्टकाकररहेउत्पादन

रांचीजिलेकेनगड़ीप्रखंडकेहरहीनिवासीविशेश्वरशाहीगायपालनकेसाथसाथगोबरगैसउत्पादन,वर्मीकंपोस्टऔरगौशालाकोधोनेकेउपरांतअवशेषपदार्थऔरबेकारपानीकाउपयोगखेतीमेंकियाजारहाहै।विशेश्वरकेपासकुल30गायेंहैं।इनमेंसेदोशाहीवाल,फ्रीजीयनऔरउन्नतनस्लकेगायशामिलहैं।गिरनस्लकानंदीहै।धीरेधीरेगिरनस्लकोबढ़ानेकाइरादाहै।प्रतिदिन200लीटरदूधकाउत्पादनहोताहै।जिसेवेमेधाकोआपूर्तिकरतेहैँ।एकमुश्त200लीटरदूध35लीटरप्रतिलीटरकीदरसेघरआकरलेजायाजाताहै।2011मेंउन्होंनेगव्यविकाससेपांचगायलियाथा।इसीपांचगायसेधीरेधीरेअबउनकेपास30गायेंहैं।गायपालनऔरउससेहोनेवालेलाभकोदेखकरगांवकेअन्यलोगोंनेभीएक-दोगायपालनाशुरुकरदियाहै।

गांवके50घरोंमेंपहुंचताहैगोबरगैस

विशेश्वरनेकेवलगायपालनकाकामहीनहींकररहेहैं।बल्किगायकेगोबरसेगैसतैयारकर50लोगोंकेघरोंतकपहुंचायाजारहाहै।घरकीमहिलाएंलकड़ीनहींजलातीहै।गैससेहीखानापकातीहै।विशेश्वरकेपहलसेग्रामीणोंकीसहभागितासेगोबरगैसप्लांटलगायागयाहै।जिसमेंगांवसभी50घरकेलोगमवेशीकागोबरप्लांटमेंडालतेहै।सामुहिकप्रयासऔरसभीकीभागीदारीगोबरगैसप्लांटपिछलेकईवर्षोंसेसंचालितहोरहाहै।

गोबरसेबनताहैवर्मीकंपोस्ट

गैसबननेकेबादअवशेषगोबरसेवर्मीकंपोस्टतैयारकियाजाताहै।ऐसेतोगोबरकाआकलनकियाजाएतो50-60पैसेप्रतिकिग्राकीदरसेबिकतीहै।लेकिनजबइसीगोबरकोवर्मीकंपोस्टकेरुपमेंतब्दीलकरदियाजाताहै,तबयहचाररुपयेप्रतिकिग्राहोजाताहै।विशेश्वरगाेबरसेवर्मीकंपोस्टकानिर्माणकरइसेबाजारमेंबेचतेहैं।इससेअच्छीआमदनीहोतीहै।

गौशालाकीधुलाईकेबादगोबरकेअवशेष,मूत्रआदिकाउपयोगखेतीमेंकियाजाताहै।खेतोंमेंइसेबहायाजाताहै।इससेखेतकीउर्वराशक्तिबढ़जातीहै।इसीपिछलेवर्षविशेश्वरनेस्वीटकार्नकीखेतीकीथी।अच्छीपैदावारहुई।बाजारमेंभीअच्छेदाममिलेथे।कुल60हजाररुपयेकीआमदनी

By Elliott