क हलव कैसे बनएं

कुचायकोट प्रखंड के पश्चिमी हिस्से में उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे कोट नरहवा, राजा राम नरहवा, छत्रपट्टी, टोला पलट पलट राय, कुर्मीटोला तथा उत्तर प्रदेश के बहादुरपुर, खुदरा आदि गांव के आसपास की जमीन आम के पौधों के लिए काफी उपयुक्त मानी जाती है। यहां के किसानों ने अपनी जमीन पर बड़े मात्रा में आम व लीची के पेड़ लगाए हैं। यहां तैयार आम के फल सूबे की राजधानी पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, छपरा के अलावा उत्तर प्रदेश की बस्ती और गोरखपुर तक के बाजारों मे व्यापारी ले जाया जाते हैं। प्रतिवर्ष यहां आम और लीची की पैदावार से किसानों और व्यापारियों की अच्छी आय होती है। लेकिन इस बार आम के फल में बीमारी लगने से किसान परेशान हैं। कोटनरहवा गांव के निवासी किसान राजीव कुमार राय उर्फ गुड्डू राय ने बताया कि इस बार भी आम के मंजर ठीक-ठाक लगे थे। पेड़ों पर फल लगने के दौरान किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आई। लेकिन मई के महीना में पेड़ पर आम के फल बड़े होने शुरू हुए कि अचानक बीमारी के प्रकोप फैल गया। देखते देखते इस बीमारी की चपेट में आसपास के करीब एक सौ एकड़ भूमि में आम के फलों के बगीचों आग गए। इस बीमारी से फलों को बचाने के लिए किसानों ने कुछ विशेषज्ञों की राय पर महंगे कीटनाशकों का छिड़काव भी किया। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। पेड़ पर लगे आम के फल में काला धब्बा पड़ने के बाद फल सड़कर टूट कर गिर जा रहे हैं। किसान अवधेश कुमार तथा मुन्ना राय आदि ने बताया कि आम के फल में बीमारी लगने की जानकारी कई बार जिला कृषि विभाग को दी गई। लेकिन वहां से कोई मदद नहीं मिली। वहीं इस संबंध में प्रखंड कृषि पदाधिकारी राघव प्रसाद ने कहा कि किसानों से आम के फल में बीमारी लगने की शिकायत मिली है। जांच की जा रही है।

अदालत ने पूछा-तेजाब पीड़िता को मुआवजे का निर्

Sep 03, 2022 Duncan

नयीदिल्ली,13मई(भाषा)दिल्लीउच्चन्यायालयनेसोमवारकोयहांराज्यविधिकसेवाप्राधिकरण,डीएसएलएसएसेपूछाकिवहतेजाबपीड़ितोंकोदिएजानेवाल