फुल बड चेकअप प्रइस इन दल्ल

सुनील जांगड़ा, कैथल : अपनी मां दर्शना देवी की प्रेरणा से चंदाना गेट निवासी 21 वर्षीय खिलाड़ी आशा रानी तीन खेलों में मेडल बरसा रही हैं। आशा कुराश में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में दो बार भाग ले चुकी हैं। जूडो में नेशनल स्तर की प्रतियोगिता में ब्रांच मेडल जीत चुकी हैं। अखाड़ा प्रतियोगिता में जिला कुमारी का खिताब भी हासिल किया है। आशा ने बताया कि पिता मदन लाल का देहांत 15 साल पहले हो गया था। उस समय वह मात्र छह साल की थी। उसके बाद मां के सहयोग से आठ साल पहले जूडो खेलना शुरू किया था। घर में भाई कुलदीप है और बड़ी बहन पूजा जिसकी शादी हो चुकी है। जब खेलना शुरू किया उस समय वह राजकीय कन्या स्कूल में पढ़ाई करती थी। घर आकर मां को कहा कि उसे जूडो खेलना है, लेकिन पहले मां ने मना कर दिया था। खेलने की जिद की तो मां ने भी हां कर दी और पूरा सहयोग करने लगी। उसके बाद आशा ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार मेडल हासिल करती रही।