जल स्त्रोतों को जीवनदान के लिए डॉ. संगीता चला
जेएनएन,शाहजहांपुर:तालाब,नदी,कुएं,पोखरयहनसिर्फजलसंचयनकाबड़ामाध्यमहैं,बल्किजलीयजीवजंतुबल्किमानवजीवनकोबचानेमेंइनकामहत्वपूर्ण
जेएनएन,शाहजहांपुर:तालाब,नदी,कुएं,पोखरयहनसिर्फजलसंचयनकाबड़ामाध्यमहैं,बल्किजलीयजीवजंतुबल्किमानवजीवनकोबचानेमेंइनकामहत्वपूर्ण
सीतामढ़ी।कभीलोगोंकेलिएजीवनदायिनीरहातालाबआजअपनावजूदखोताजारहाहै।परिहारप्रखंडक्षेत्रमेंतालाबोंकीस्थितिदयनीयहै।उपेक्षाकेकारण
मोहनियां।भूगर्भकाजलस्तरतेजीसेखिसकरहाहै।गर्मीशुरूहोतेहीलोगपेयजलसंकटसेजूझनेलगतेहैं।इसकेबादभीजलसंरक्षणपरकिसीकाध्याननहींहै।अ
जलसंरक्षणपरध्याननहींदिएजानेकेकारणआजभूजल-स्तरतेजीसेगिररहाहै।हरजगहपेयजलकासंकटदेखनेकोमिलरहाहै।जलसंरक्षणपरकिसीकाध्याननहींहै।
बहराइच:परंपरागतजलस्त्रोतोंकाइतिहासभीगरिमामयीरहाहै।खासकरगांवयाशहरकेआसपासतालाबनिर्माणकेवैज्ञानिककारणरहेहैं।डॉ.श्यामाप्रसाद
सुलतानपुर:प्रतापगढ़वजौनपुरकीसीमापरमौजूदजिलेकीकोइरीपुरनगरपंचायतमेंपुरानेधरोहरअबखस्ताहालदशामेंहैं।पहलेनगरकीशानरहेइनधरोहरों
रामपुर:जलसंकटकीदिशामेंचलरहेप्रयासोंकेमद्देनजरसबसेपहलाप्रयासपुरानेलुप्तहोचुकेजलस्त्रोतोंकोखोजकरउन्हेंजीवंतकरनेकाहोनाचाहिए
राघवेंद्रमिश्र,सूरतगंज,(बाराबंकी)रिटायर्डसेनानायकराजेशसिंहमत्स्यपालनकेसाथहीजलसंरक्षणकोभीबढ़ावादेरहेहैं।अयोध्याकेरहनेवाले
पाकुड़:भूजलस्तरसहेजनेकेलिएप्रशासनआएदिननिर्देशजारीकरताहैपरधरातलपरखुदकामनहींकरता।आदेशकापालनकरवानातोदूरगिरतेजलस्तरपरजागरूकता
जासं,अमांपुर:जलसंरक्षणकीजागरूकताकाढिढोरातोआए-दिनपीटाजातारहा,लेकिनधरातलपरइसकेलिएबेहतरप्रयासनहींहुए।तभीतोजलस्त्रोतकेमुख्यस
संसू,हाथरस:सिकंदराराऊमेंजलस्त्रोतोंकेसंरक्षणकीव्यवस्थानहींहोनेसेजलसंकटगहराताजारहाहै।चारोंतरफपानीकेलिएहाहाकारमचाहुआहै।मनु
जागरणसंवाददाता,हापुड़:शासनकेआदेशपरजिलाप्रशासननेतालाबोंकाअस्तित्वबचानेकेलिएयोजनाएंतोबनाईंलेकिन,सिर्फकागजोंपरहीयहदिखाईदेरही
संवादसहयोगी,सुंदरपहाड़ी:प्रखंडकेचंदनाग्रामपंचायतनिवासी16वर्षीयसोनूकुमारपितासंजीवकुमारसाहअपनेघरमेंकिसीकोकुछबताएगांवसेसटेता
जागरणसंवाददाता,कुरुक्षेत्र:धरतीकेकमहोतेजारहेपानीकोबचानेकेलिएजिलाप्रशासननेकमरकसलीहै।इसकेलिएसबसेपहलेव्यर्थमेंबर्बादहोरहेपा
रोहतास।जीवनकापर्यायकहेजानेवालेप्राकृतिकजलस्त्रोततेजीसेविलुप्तहोरहेहैं।सिर्फशहरकेआसपासकेइलाकोंपरगौरकरेंतोयहांराजस्वदस्ताव
रोहतास।अबनकेवलतालाबबचेंगे,बल्किस्वच्छवनिर्मलभीरहेंगे।इसकेलिएलोगोंकेकदमअबआगेबढ़नेलगेहैं।गांवोंमेंतालाबोंकोस्वच्छरखनेकेलिए
बस्ती:तालाबोंऔरपोखरोंकेसूखनेकेकारणचिलचिलातीधूपवउमसभरीगर्मीमेंबेजुबानोंकेसामनेपानीकासंकटखड़ाहोगयाहै।वहअपनीप्यासबुझानेकेलिए
जागरणटीम,औरैया:सरकारीतंत्रकेलचररवैयाकीवजहसेतालाबधीरे-धीरेगुमहोरहेहैं।ऐसानहींकिइन्हेंबचानेकीकवायदनहुईहोलेकिनजिम्मेदारोंने
बलवंतकुमार,धनबादगैरआबादजमीनकोअतिक्रमणसेमुक्तकरानेकोलेकरप्रशासननेठोसकार्रवाईकी।पुलिसकीलाठीचली।जमीनोंपरबनेभवनोंकोजमींदोजकर
जागरणसंवाददाता,अमांपुर:कस्बामेंबिनटोटियोंकीटंकियोंसेजलकीजमकरबर्बादीहोरहीहैलेकिनजिम्मेदारवर्षोसेआंखेबंदकियेहुएहैं।बिनाटोट